झज्जर। शिक्षा विभाग द्वारा 26 फरवरी से पहली से आठवीं की वार्षिक परीक्षाएं कराने जा रहा है। स्कूलों में आने वाले प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिकाओं को लेकर अब तक कोई निर्देश नहीं थे, लेकिन अब विभाग ने पहली से पांचवीं की परीक्षाओं के प्रश्न पत्र व उत्तर पुस्तिकाओं को लेकर निर्देश अलग से जारी कर दिए गए हैं।
अब पहली से पांचवीं को लेकर गाइडलाइन जारी कर दी गई हैं। पहली से पांचवीं की वार्षिक परीक्षाओं की प्रश्न-उत्तर पुस्तिकाओं को एससीईआरटी द्वारा बनाकर संबंधित जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को उपलब्ध करवाया जाएगा। सभी कक्षाओं की सीडी अथवा सुरक्षित ई माध्यम से संबंधित जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी या उनके द्वारा अधिकृत अधिकारी को सील बंद लिफाफे में उपलब्ध कराएंगे। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सभी प्रश्न पत्रों को जिला स्तर पर छपवाकर स्कूलों में भिजवाने की व्यवस्था करेंगे। विभाग ने स्पष्ट किया है कि परीक्षा के लिए कलस्टर अनुसार 25 प्रश्न पत्र विषयवार अतिरिक्त मंगवाए जाए ताकि अगर किसी भी स्कूल में प्रश्न पत्र कम रह जाए तो वहां समय रहते उपलब्ध करवाए जाए। स्कूल वार दो या तीन प्रश्न-उत्तर पुस्तिकाएं विषयवार अधिक होंगी।
टेंडर के जरिये होगा प्रकाशन
प्रश्न-उत्तर पुस्तिकाओं का मुद्रण उच्च गुणवत्ता के 70 जीएसएम वाले कागज पर कराया जाएगा। इसका मूल्य 00.70 रुपये प्रति लीफ अधिकतम राशि के रूप में निर्धारित किया गया है। सभी प्रकार के अन्य खर्च पैकिंग एवं कलस्टर स्तर पर वितरण शामिल किए गए हैं। अधिकारी जेम पोर्टल या ई टेंडर के माध्यम से टेंडर प्रक्रिया एवं सभी संबंधित प्रक्रियाओं को जिला स्तर पर पूरा करेंगे। यही नहीं सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी प्रश्न-उत्तर पुस्तिकाओं की छपवाई की प्रक्रिया पूरी होने के बाद 21 दिन के अंदर संबंधित वेंडर को बिल का भुगतान करेंगे। यदि बजट की कोई अतिरिक्त मांग है तो वह भी निदेशालय को भेजेंगे। विभाग ने निर्देश दिए हैं कि डीईईओ सुनिश्चित करेंगे कि जिस फर्म से मुद्रण संबंधी काम कराया जातना है, वह मैन्यूफेक्चरर हो न कि ट्रेडर हो।
कक्षावार 25 पेपर की पेकिंग होगी
संबंधित डीईईओ के पास सभी खंडों के कलस्टर की कक्षावार, विषयवार तथा माध्यमवार छात्र संख्या की जानकारी सटीक होनी चाहिए। इस जानकारी का मिलान एमआईएस पोर्टल पर उपलब्ध विषयवार छात्र संख्या से किया जाए। यदि कोई त्रुटि मिलती है तो संबंधित कलस्टर मुखिया से जानकारी मंगवाई जाए। प्रश्न पत्रों का वितरण कलस्टर स्तर पर करवाया जाएगा। कलस्टर मुखिया को जो भी सामग्री मिले, वह कक्षावार, विषयवार 25 पेपर की पेकिंग में होनी चाहिए।