NCERT Books 2024-25 : एनसीईआरटी ने कक्षा तीन और कक्षा छह का सिलेबस बदलने का फैसला किया है. नया सिलेबस एक अप्रैल से शुरू हो रहे शैक्षणिक सत्र 204-25 से लागू होगा. सीबीएसई के अधिकारियों की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार कक्षा तीन और छह के अलावा किसी अन्य कक्षा के सिलेबस में बदलाव नहीं होगा. सीबीएसई ने संबद्ध स्कूलों को पत्र भेजा है. जिसमें कहा गया है कि एनसीईआरटी कक्षा तीन और छह के नए सिलेबस और किताबों पर काम कर रहा है. सीबीएसई के निदेशक (शैक्षणिक) जोसेफ इमैनुएल ने कहा है कि स्कूलों को सलाह दी जाती है कि कक्षा तीन और छह के लिए नई किताबें अपनाएं. एनसीईआरटी से सामग्री प्राप्त होने के बाद सभी स्कूलों को पाठ्यक्रम ऑनलाइन भेजा जाएगा. उन्होंने पत्र में कहा, ‘‘सीबीएसई स्कूल प्रमुखों और शिक्षकों के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम भी आयोजित करेगी ताकि उन्हें राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी)-2020 में परिकल्पित शिक्षण के नए तौर तरीके सीखने के दृष्टिकोण से अवगत कराया जा सके.’’ शिक्षा मंत्रालय ने 18 वर्षों के बाद राष्ट्रीय पाठ्यक्रम ढांचे (एनसीएफ) में संशोधन करते हुए पिछले साल बदलाव को अधिसूचित किया था. एनसीएफ में पहले भी चार बार 1975, 1988, 2000 और 2005 में संशोधन हो चुके हैं.
सीबीएसई ने दी स्कूलों को यह सलाह
एनसीईआरटी राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के कार्यान्वयन के तहत स्कूली शिक्षा के लिए नए राष्ट्रीय पाठ्यक्रम ढांचे-2023 के अनुरूप स्कूलों के लिए नयी पाठ्यपुस्तकें तैयार करने की प्रक्रिया में है. सीबीएसई ने स्कूलों को एनसीएफ सिफारिशों का पालन करने और जहां भी संभव हो बहुभाषावाद, कला-एकीकृत शिक्षा, प्रयोगात्मक शिक्षा और शैक्षणिक योजनाओं जैसी पद्धतियों को शामिल करने की सलाह दी है.
पहले भी बदल चुका है सिलेबस
वर्ष 2022 में, एनसीईआरटी ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर छात्रों पर ‘‘पाठ्यपुस्तकों का बोझ घटाने’’ के लिए छठी से 12वीं कक्षा तक के पाठ्यक्रम को तर्कसंगत बनाया था. पिछले साल प्रकाशित नयी पाठ्यपुस्तकों में निर्धारित परिवर्तनों के बीच, एनसीईआरटी ने मुगल शासकों, 2002 के गुजरात दंगों, शीत युद्ध और आपातकाल और आवर्त सारणी पर अध्याय हटा दिए थे.
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FIRST PUBLISHED : March 25, 2024, 08:28 IST
जबकि हेडर्स की संख्या को बनाए रखते हुए। यह सुनिश्चित करें कि पुनर्प्रस्तुत सामग्री मूल पाठ की सार को बनाए रखती है, लेकिन वाक्यांशों और शैली में विकल्पिक शब्दावली का उपयोग करती है और ऐसे अनुच्छेदों को मिलाकर एक में संयोजित करती है जो आसानी से मिल सकते हैं।
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